Ramadan ki Mubarak Raat | Eid Mubarak

Ramadan ki Mubarak Raat | Eid Mubarak


अस्सलामुअलैकुम मेरे भाइयों और दोस्तों मेरी तरफ से तमाम अहले ईमान-अहले इस्लाम को Ramazan का पहला अशरा मुबारक हो


  1. पहला अशरा रहमत का होता है
  2. दूसरा अशरा मगफिरत का होता है
  3. तीसरा अशरा माफ़ी का होता है 


जैसे ही Ramazan की शाम होती है जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं दोजख के दरवाजे बंद करदिये जाते हैं रमदान की चाँद नज़र आते ही सारे शैतान को कैद कर लिया जाता है,

और एक हवा चलती है जिसे मुसिरा कहते हैं सारे जन्नत खुशबू से महक जाती है जन्नत की हूर दरवाज़े पर आके कहती हैं रिज़वान से( रिज़वान जो जन्नत का जनरल मैनेजर है ) रिज़वान ये कैसी रात है रिज़वान कहता है ये रमज़ान की रात है, आज की रात जन्नत के दरवाज़े खोल दिए गए रोज़ेदारों के लिए और जहन्नम के दरबाजे बंद कर दिए गए हैं रोजेदारों के लिए ,


और अल्लाह के तरफ से एलान होता है है कोई मांगने वाला के मैं उसे अता करूँ है कोई बखसीस को चाहने वाला मैं उसकी बखसीस करूँ Ramadan की आखरी रात को आपके सारे गुनाह को माफ़ करदिये जाते हैं , जन्नत की हूर दुआएं करती है या अल्लाह रमजान में रोजेदारों से हमारी निक़ाह फार्मा ,


दोस्तों अल्लाह रहम करने वाला है  बस हम अपने आमाल को सही करलें अल्लाह से दुआ करें कि अल्लाह इस Ramazan हम सबकी गुनाहों को माफ़ फरमा दे  !


दोस्तों कैसा लगा हमारा ये पोस्ट कमेंट्स में जरूर बताये और अपनी दुआ में हमें जरूर से जरूर याद रखें !

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